सड़क पर बसों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निगम को रखरखाव प्रणाली भी तैयार करनी होगी।
कोलकाता। इस बार चतुर्थी से नवमी तक रात्रि में निजी बसों के साथ सरकारी बसें भी चलेंगी। पश्चिम बंगाल राज्य परिवहन निगम और कोलकाता राष्ट्रीय परिवहन निगम ने यात्रियों की मांग के अनुसार सड़कों पर पर्याप्त संख्या में बसें चलाने के लिए आवश्यक तैयारी की है। 18 से 23 नवंबर के बीच निगम के ड्राइवर, कंडक्टरों के अलावा ट्रैफिक विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सभी तरह की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। भीड़ को ध्यान में रखते हुए दिन में अधिक संख्या में बसें चलाई जाएंगी।
हालांकि, परिवहन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि कई प्रमुख पूजाओं से पहले इसका उद्घाटन होने के कारण रात में भी दर्शनार्थियों की भीड़ रहेगी। इसलिए, राज्य परिवहन निगम निजी बसों की तरह ही महत्वपूर्ण मार्गों पर यात्रियों की उपस्थिति के अनुसार बसें चलाएगा। पूजा के दिनों में सुबह एसी बस सेवा थोड़ी देर से शुरू हो सकती है। सप्तमी और नवमी के बीच रात के समय भी हवाई अड्डे के लिए वोल्वो एसी बस थोड़ी देर से रवाना हो सकती है। हालांकि, उन दिनों शहर के सभी महत्वपूर्ण मार्गों पर बसें चलेंगी। उस दौरान रात में औसतन 450 बसें चलेंगी। महत्वपूर्ण डिपो में बसों की मरम्मत के लिए कर्मचारियों को तैयार रखने के अलावा कम से कम दो बस ड्राइवरों और कंडक्टरों को रिजर्व में रखा जाएगा। ताकि जरूरत पडऩे पर वे उपलब्ध रहे।
राज्य परिवहन निगम उत्तर और दक्षिण कोलकाता, ईएम बाईपास, न्यू टाउन, बारासात के विभिन्न मार्गों के अलावा एस्प्लेनेड और डनलप के बीच एक विशेष शटल सेवा चलाने की तैयारी कर रहा है। यात्रियों की भीड़ और मांग के अनुसार सेवा चलाई जाएगी। यदि किसी भी कारण से मेट्रो सेवाएं बाधित होती हैं तो उत्तर में यात्रियों के लिए शटल सेवा महत्वपूर्ण हो सकती है।
ईंधन की कीमतों में असामान्य वृद्धि के साथ बसें चलाते समय सरकारी बसों को भी यात्रियों की जरूरतों के बारे में विशेष रूप से सतर्क रहना होगा। यह विचार किया गया है कि उन मार्गों पर बसें चलाने को प्राथमिकता दी जाए जहां सड़क पर बहुत सारे यात्री बस का इंतजार कर रहे हों, न कि उन मार्गों पर जहां कोई यात्री नहीं हैं। पूजा के दिनों में सामान्य यात्री यातायात के अलावा पूजा परिक्रमा की विशेष सेवा भी अलग से चल रही है। सड़क पर बसों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निगम को रखरखाव प्रणाली भी तैयार करनी होगी। चूँकि इस दौरान बड़ी संख्या में यात्री सड़क पर चलते हैं, इसलिए राजस्व के अवसर बढ़ाने के लिए सरकारी बसें भी इस दौरान सक्रिय रहती हैं।